गढ़वा, अगस्त 10 -- खरौंधी, प्रतिनिधि।सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नल-जल योजना के तहत सोलर आधारित जल मीनार लगाए गए हैं। योजना का उद्देश्य प्रत्येक घर तक पीने योग्य पानी पहुंचाना था लेकिन जमीनी स्तर पर इसकी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। प्रखंड के राजी, सिसरी, लामी सरहिया, अमरोरा, करिवाडीह सहित कई गांवों में लगाए गए सोलर टावर अब बड़ी संख्या में खराब हो चुके हैं। प्रमुख कारण बताया जा रहा है कि उनके मोटरों को लगातार और अत्यधिक समय तक चलाया जा रहा है। उससे सोलर स्टार्टर खराब हो रहे हैं और जलापूर्ति बाधित हो रही है। अमरोरा गांव के चिनियाही टोला में स्थित स्कूल के पास लगे सोलर जलमीनार से खेतों में पानी बहता देखा गया। यह जलमीनार स्कूल और आसपास के ग्रामीणों के लिए पीने के पानी का स्रोत है लेकिन इसका उप...