लखनऊ, अगस्त 19 -- पीजीआई के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब (वीआरडीएल) स्वास्थ्य विभाग के डेंगू प्रकोष्ठ की मदद से 20 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। इससे प्रदेश भर में एक समान और सटीक जांच व्यवस्था विकसित होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के 200 से अधिक लैब टेक्नीशियन और वैज्ञानिक हिस्सा ले रहे हैं। संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रूंगमेई एसके मारक ने बताया कि इस प्रशिक्षण से जिला स्तर पर डेंगू-चिकनगुनिया जांच क्षमता मजबूत होगी। इससे मच्छरजनित रोगों की पहचान और उपचार में आसानी होगी। वीआरडीएल के प्रभारी डॉ. अतुल गर्ग ने बताया कि प्रशिक्षण में डेंगू और चिकनगुनिया जांच के लिए ईएलआईएसए तकनीक, डेंगू वायरस की सीरोटाइपिंग की आरटी-पीसीआर, गुड लेबोरेटरी प्रैक्टिस (जीएलपी), बायोसेफ्टी और ...