सासाराम, मई 28 -- डेहरी, एक संवाददाता। कभी एशिया का सबसे बड़ा उद्योग के रूप में पहचान रखने वाले डालमियानगर कारखाना खुलने की उम्मीदें टूटती जा रही है। यही कारण है कि 30 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की होने वाले सरकारी कार्यक्रम की शिलान्यास की सूची में प्रस्तावित डालमियानगर रेल कारखाना का कोई जिक्र नहीं है। जिससे डालमियानगरवासी समेत जिले के लोगों में मायूसी है। भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं की मानें तो शिलान्यास समारोह के बाद सभा में ऑपरेशन सिंदूर, केंद्र की कल्याणकारी योजनाएं व बिहार में एनडीए सरकार के कामकाज का बखान प्रधानमंत्री के संबोधन का मुख्य अंश हो सकता है। मतलब साफ है कि शिलान्यास व उद्घाटन कार्यक्रम के साथ आपरेशन सिंदूर की चर्चा के बीच डालमियानगर रेल कारखाना के मुद्दे गौंड़ हो सकते हैं। बताते चलें कि डालमियानगर उद्योग के 1984...