लखनऊ, दिसम्बर 17 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। विकासनगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के कर्मचारियों और थाना प्रभारी आलोक कुमार सिंह उनकी टीम की सूझबूझ से ऊषा शुक्ला से डिजिटल अरेस्ट के जरिए होने वाली 1.14 करोड़ रुपये की बड़ी ठगी से बच गई। इस उपलब्धि पर जोनल हेड मृत्युंजय ने बुधवार को संबंधित बैंक कर्मियों को सम्मानित किया और पुलिस सहयोग के लिए थानाध्यक्ष से मुलाकात की। जोनल हेड ने बताया कि प्रबंध निदेशक अशोक चंद्रा के निर्देशानुसार, कर्मचारियों को साइबर फ्रॉड रोकने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बैंक की सुरक्षा प्रणाली और 'पीएनबी अलर्ट वन 2.0' ऐप ग्राहकों को सुरक्षित ट्रांजेक्शन की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण ही इस धोखाधड़ी को समय रहते रोका जा सका। जालसाजों के मोबाइल नंबर बंद, तफ्तीश में लगी पुलिस ...