अररिया, सितम्बर 15 -- जीवन रक्षक दवाइयां का असुरक्षित ठिकाना ,आखिर कौन है इसके जिम्मेदार आग लगी अथवा लगाई गई, सीसीटीवी से खुलेगा राज फारबिसगंज, निज संवाददाता रविवार की सुबह फारबिसगंज का आसमान काले धुएं से भर गया। यह धुआं सिर्फ दवाइयों का नहीं था, बल्कि उन बच्चों की उम्मीदों का था जो इन जीवन रक्षक दवाइयों पर निर्भर थे। पीएचसी के स्टोर रूम और कोल्ड चैन में लगी भीषण आग से करोड़ों की दवाइयां राख हो गईं और लोगों के मन में सवालों का तूफान खड़ा हो गया। जानकर बताते हैं कि 18 साल पुरानी इस इमारत में, जो कभी विधायक फंड से बनवाई गई थी, दवाइयों का भंडारण किया गया था। रखरखाव के अभाव में यह भवन कब गिर जाए, इसका भरोसा नहीं था। इसके बावजूद यहां करोड़ों की कीमती दवाइयां रखी थीं। परिसर में अवैध टेंपो गाड़ियों का कब्जा और गेट पर नशेड़ियों का जमघट सुरक्षा की पोल ...
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