अररिया, मई 30 -- कुर्साकांटा, निज प्रतिनिधि पीएचसी कुर्साकांटा में एक भी महिला चिकित्सक नहीं है। इससे महिला रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पीएचसी में प्रत्येक दिन आधा दर्जन से लेकर एक दर्जन तक गर्भवती महिलाएं प्रसव के लिए आती है। महिला चिकित्सक नहीं रहने से थोड़ी सी भी परेशानी होने पर प्रसव पीड़ित महिलाओं को अररिया रेफर कर दिया जाता है। इससे महिलाओं शारीरिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही महिलाओं का प्रसव एएनएम के भरोसे ही होता है। यही नहीं यौन रोग संबंधित बीमारी को महिला रोगी शर्म व झिझक के कारण पुरुष डॉक्टरों को नहीं कहा पाती है। इस कारण उन्हें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.