सुपौल, मई 12 -- राघोपुर, एक संवाददाता। पिपराही के संतमत सत्संग मंदिर में रविवार को सदगुरु महर्षि मेंही परमहंस महाराज की 140वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस दौरान प्रथम चरण में प्रभातकालीन शोभा यात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों श्रद्धालु गायन-वादन करते हुए सदगुरू महाराज के जयघोष के साथ नगर पंचायत सिमराही के विभन्नि गलियों से होकर वापस अपने गंतव्य तक पहुंची। इसके बाद दूसरे चरण में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। अंतिम चरण में अपराह्नकालीन सत्संग में ग्रन्थ पाठ के साथ-साथ महर्षि मेंही के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने कहा वर्तमान परिवेश में महर्षि जी का सम्पूर्ण जीवन दर्शन अनुकरणीय है। सदगुरू महाराज ने पंच पाप को त्यागने का उपदेश दिया। ये पंच पाप व्यभिचार,चोरी, नशा, हिंसा और झूठ है। जीवन का मूल उद्देश्य ज्ञान और कर्म है। अत: ऐसा ज...