वाराणसी, सितम्बर 8 -- Shradh kyu kiya jata hai: धर्मशास्त्रों में शिवगया के नाम से विख्यात काशी में पितरों की प्रसन्नता के लिए श्राद्ध और तर्पण रविवार से आरंभ हुआ। पितृपक्ष प्रतिपदा से पहले पूर्णिमा तिथि पर श्राद्ध के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री काशी पहुंचे। पिशाचमोचन तीर्थ से गंगा किनारे तक श्राद्ध करने वालों की भीड़ रही। अस्सी, मानसरोवर, क्षेमेश्वर, केदार, अहिल्याबाई, दशाश्वमेध, गायघाट जलमग्न होने के कारण कहीं सड़क पर तो कहीं गली में श्राद्ध कर्म कराया गया। तीर्थयात्रियों से पटे रहने वाले भैसासुर घाट क्षेत्र में स्थानीय लोग ही श्राद्धकर्म के लिए पहुंचे। पूर्णिमा तिथि पर श्राद्ध करने वालों में बहुतायत लोग मध्याह्न काल में श्राद्ध करने के इच्छुक दिखे। यही कारण था कि मध्याह्न से अपराह्न के बीच भीड़ का दबाव सर्वाधिक रहा। पिशाचमोचन तीर्थ ...
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