गयाजी, अगस्त 26 -- बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने कुछ समय पहले ही ऑनलाइन पिंडदान की शुरुआत की थी। लेकिन सरकार की यह ऑनलाइन पिंडदान कराने की योजना अब विवादों में घिर गई है। गया के कई पंडा और विश्व हिंदू परिषद ने ऑनलाइन पिंडदान पर सवाल उठाए हैं। इस स्कीम के तहत पिंडदान के इच्छुक लोगों को पितृपक्ष के दौरान अपने पूर्वजों का ऑनलाइन पिंडदान करने की सुविधा मिलती है लेकिन पंडों का कहना है कि ऑनलाइन पिंडदान योजना में धार्मिक मान्यताओं की अनदेखी की गई है। नई योजना के तहत जो लोग पिंडदान करने के लिए गया नहीं जा सकते हैं वो एकमुश्त 23,000 रुपये देकर अपने पूर्वजों का पिंडदान करा सकते हैं। पिंडदान करने वाले की गैरहाजिरी में स्थानीय पुजारी पूजा-पाठ करेंगे। इस पूरे पूजा-पाठ की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाएगी और वीडियो रिकॉर्डिंग की एक कॉपी पिंडदान करवाने वा...
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