नई दिल्ली, सितम्बर 9 -- पितृपक्ष का तृतीया श्राद्ध कल: साल में पंद्रह दिन पितरों के लिए विशेष माना गया है। पितृपक्ष में तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 10 सितंबर को तृतीया श्राद्ध किया जाएगा। तृतीया श्राद्ध को तीज श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है। पितृपक्ष इस साल 21 सितंबर तक रहेंगे। शास्त्रों के अनुसार, मनुष्यों के लिए तीन ऋण बताए गए हैं, देवऋण, ऋषिऋण और पितृ ऋण। दिवंगत माता-पिता या पूर्वजों के लिए श्रद्धा पूर्वक जो प्रिय भोजन दिया जाता है, वह श्राद्ध कहलाता है। श्राद्ध कर्म से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। आइए जनतें हैं तृतीया तिथि पर श्राद्ध करना का मुहूर्त व आसान तरीका-जानें श्राद्ध के 3 मुहूर्त व तरीका तृतीया तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 09, 2025 को 06:28 पी एम बजे तृतीया तिथि समाप्त - सितम्बर 10, 2025 को 03:37 पी एम बजे ...