गया, सितम्बर 15 -- पितृपक्ष के दसवें दिन सोमवार को गयाधाम का सीताकुंड का इलाका गुलजार रहा। आश्विन कृष्ण पक्ष नवमी तिथि को लेकर यहां मुख्य रूप से त्रिपाक्षिक गयाश्राद्ध करने वालों ने पितरों के लिए पिंडदान किया। गयाधाम की सीताकुंड में ही सिर्फ महिलाओं ने माता सीता बालू के पिंड से पिंडदान कर अपने पूर्वजों को स्वर्ग लोक की कामना की। एक साथ महिलाओं की झुंड का फल्गु तट पर बैठकर पिंडदान करने का नजारा बेहद अलग दिखा। महिलाओं ने पिंड के बाद सीताकुंड में सौभाग्य पिटारी भी दान किया। सीताकुंड परिसर में स्थित देवी-देवताओं की मंदिरों में पूजा-अर्चना भी की। सुबह से दोपहर तक सीताकुंड (सलेमपुर) का इलाका कर्मकांड के मंत्रो से गूंजता रहा। मातृ नवमी पर 17 दिनी पिंडदान के अलावा तीन व पांच दिनों का कर्मकांड रहे रहे तीर्थयात्रियों ने भी सीताकुंड वेदी का श्राद्ध ...