उरई, जून 15 -- उरई, संवाददाता। स्वयं को कामकाज में खपाकर मेहनत करते हुए पिताओं ने संघर्षों के बीच बच्चों को पढ़ा लिखा कर सफलता की इबादत लिखते हुए ऊंचा मुकाम दिलाया। बच्चे भी अपने पिता की मेहनत को देख लगन और आत्मविश्वास से पढ़ाई कर आज सफलता का शिखर चूम रहे हैं। किसी ने अपने बच्चों को प्रेरणा देकर आईएएस बनाया तो कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर बना तो कोई पुलिस और डॉक्टर बनकर पिता का नाम रोशन कर रहा है।संघर्षों के बीच सफलता की कहानी लिख रही हस्तियों के पिता के जज्बे को सलाम है। कुछ ऐसे ही पिता की मेहनत और संघर्ष की स्टोरी फादर्स-डे पर आपके अपने अखबार 'हिंदुस्तान ने साझा की है। पिता से मिली प्रेरणा तो आईएएस ऑफिसर बन मानसी उरई। उरई के ग्राम टिमरो निवासी किसान धर्मेंद्र सिंह जादौन ने खेती किसानी करते हुए बेटी को पढ़ा लिखा कर सफलता के उत्कृष्ट मुकाम पर प...