कार्यालय संवाददाता, अगस्त 27 -- 30 साल पहले फर्रुखाबाद में चर्चित शमीम ठेकेदार की हत्या में माफिया अनुपम दुबे समेत दो दोषियों को बुधवार को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई। दोनों पर 1.03 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अनुपम को इससे पहले कानपुर की एक अदालत इंस्पेक्टर रामनिवास हत्याकांड में सात दिसंबर 2023 को आजीवन कारावास दे चुकी है। वर्तमान में वह मथुरा जेल में बंद है। कन्नौज के समधन गांव के मोहम्मद नसीम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 26 जुलाई 1995 को उसका भाई शमीम ठेकेदार समधन से जरूरी काम से फतेहगढ़ आया था। सुबह नौ बजे वह कचहरी में रुक गया और शमीम मोहल्ला बजरिया अलीगंज में राजेंद्र तिवारी के घर जाने की बात कहकर चला गया। राजेंद्र और शमीम की साझे में गाड़ी चलती थी। आधे घंटे बाद कचहरी में पता चला कि किन्हीं लोगों ने शमीम की गोली मारकर हत्या कर ...