महाराजगंज, सितम्बर 11 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। नेपाल में जारी हिंसा और बिगड़े हालात ने आस्था व परंपरा पर भी गहरा चोट पहुंचाया है। हर साल पितृपक्ष में अपने पितरों का तर्पण करने गया और काशी जाने वाले नेपाली नागरिकों के पांव इस बार रुक गए हैं। किसी तरह तो लोग सीमा तक आ भी रहे हैं, लेकिन उन्हें भारत में एंट्री नहीं मिल रही है। इक्का-दुक्का लोग परिचय पत्र आदि दिखाकर जाने में सफल हुए बताए जाते हैं। पितृपक्ष पितरों का दिन होता है। इन दिनों में अपने पितरों को विधि-विधान से पूजा जाता है। पुरानी मान्यता के अनुसार गया और काशी में पितरों के तर्पण का बहुत बड़ा महत्व है। नेपाल से बहुत बड़ी संख्या में लोग पितृपक्ष में गया और काशी पहुंचते हैं। लेकिन इस बार पितृपक्ष में ही नेपाल के बिगड़े हालात ने सबकुछ रोक दिया है। नेपाल में कर्फ्यू लगने के कारण और ...