अलीगढ़, सितम्बर 11 -- अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। भाद्रपद माह की पूर्णिमा यानि 7 सितंबर से श्राद्ध पक्ष का शुरु हो चुके हैं, जो कि 21 सितंबर तक रहेंगे। पितृ पक्ष में पिंड दान का बहुत महत्व है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंड दान व तर्पण जैसे पवित्र कर्म किए जाते हैं। भाद्रपद महीने की पूर्णिमा से अश्विन मास की अमावस्या तक यह विशेष समय चलता है। पितृपक्ष में पिंड दान और तर्पण के महत्व को लेकर वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि 15 दिवसीय यह पावन महापर्व हमारे पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर होता है। इस दौरान पितृ पृथ्वी लोक में आते हैं और अपने परिवार से तर्पण, पिंडदान और दान की अपेक्षा रखते हैं। इन कर्मों से पितरों की आत्मा को तृप्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है और अपने अपने ...