मुजफ्फरपुर, जून 22 -- मुजफ्फरपुर। शहर में कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित सफर के साधन नहीं हैं। कहीं आने-जाने के लिए ऑटो और ई-रिक्शा की ही सुविधा है। हर सुबह महिलाएं जब घर से काम पर निकलती हैं तो उनके परिवार को यह चिंता सताती रहती है कि शाम तक वे सुरक्षित घर लौट सकें। इनका कहना है कि जिले के लिए सरकार की ओर से पिंक बसों की सौगात तो मिली, लेकिन ये प्रखंडों में ही संचालित होंगी। ऐसे में बड़ी संख्या में घर से बाहर काम पर निकलने वाली शहर की महिलाएं, स्कूल-कॉलेज और कोचिंग पढ़ने जाने वाली छात्राओं की समस्या वहीं की वहीं रह गई है। अगर पिंक बसें और बंद हो चुकीं सिटी बसों का परिचालन फिर से शहर में शुरू हो जाए तो बड़ी राहत मिलेगी। शहर की आबादी दिनोंदिन बढ़ती जाने से इसका विस्तार साल दर साल नये इलाकों में होता जा रहा है। इससे नये इलाकों में सार्वजनि...