धनबाद, जून 2 -- धनबाद। पावर प्लांटों में कोयला जलाने पर उत्पन्न राख फ्लाई एश का उपयोग बंद कोयला खदानों की भराई में जाएगी। इसकी शुरूआत पूर्व में हुई भी हुई थी लेकिन अब प्रभावी कार्रवाई की तैयारी है। कोयला मंत्रालय की ओर से कोल सेक्टर के लिए तैयार एक्शन प्लान 2025-26 में फ्लाई एश से बंद खदानों की भराई को प्राथमिकता दी गई है। कोयला मंत्रालय ने थर्मल पावर प्लांट (टीपीपी) द्वारा उत्पन्न फ्लाई ऐश के निपटान के लिए परित्यक्त/गैर-संचालन वाली खदानों और खदान रिक्तियों के आवंटन की सुविधा के लिए एक केंद्रीय स्तरीय कार्य समूह (सीएलडब्ल्यूजी) की स्थापना की है। वित्त वर्ष 2024-25 में, दस (10) बंद खदानों को छह (6) थर्मल पावर प्लांटों को भराई के लिए आवंटित किया है। अब संख्या बढ़ा दी गई है। 19 बंद खदानों को 13 थर्मल पावर प्लांट को आवंटित किया गया है। मालूम ...