लखनऊ, मई 19 -- पावर कॉरपोरेशन ने सोमवार को नियामक आयोग में बिजली कंपनियों के वास्तविक आय-व्यय के आंकड़े दाखिल किए हैं। 19,600 करोड़ रुपये के राजस्व अंतर के आधार पर कॉरपोरेशन ने नई बिजली दरों में 30 फीसदी इजाफे का अनुमान लगाया है। कॉरपोरेशन ने आयोग से वास्तविक आंकड़ों के आधार पर बिजली दरों के संबंध में उचित निर्णय लेने का आग्रह किया है। ऊर्जा क्षेत्र इतिहास में इसे सबसे बड़ी बढ़ोतरी के प्रस्ताव के तौर पर देखा जा रहा है। पावर कॉरपोरेशन के मुताबिक, बिजली दरें तय करने के लिए अब तक निर्धारित मानकों व प्रतिबंधों के साथ वार्षिक राजस्व आवश्यकता (एआरआर) दाखिल की जाती थीं, जिसमें तमाम खर्च छुप जाते थे। लिहाजा बिजली दरें तय करने के लिए बिजली कंपनियों की बैलेंस शीट और कैश फ्लो की वास्तविक स्थिति रखी गई है। कॉरपोरेशन के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2024-25 म...