लखनऊ, सितम्बर 30 -- पावर कॉरपोरेशन ने पूरे प्रदेश के 199 अभियंताओं पर चल रही अनुशासनात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। इनमें 58 मुख्य अभियंता और 141 अधीक्षण अभियंता हैं। कॉरपोरेशन द्वारा इस तरह की रिपोर्ट तलब किए जाने पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा है कि इन्हें जबरन रिटायर किए जाने की योजना तैयार कर ली गई है। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि विजयदशमी के पहले कर्मचारियों को बोनस दिए जाने की बात तो दूर, कॉरपोरेशन इन्हें जबरन सेवानिवृत्त करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि अनुशासनात्मक जांचों की स्थिति सामान्यत: प्रमोशन के समय मांगी जाती है। प्रमोशन किए जा चुके हैं। ऐसे में अब अनुशासनात्मक जांचों की स्थिति पता करने की वजह साफ तौर पर उन्हें जबरन रिटायर करना है। इससे बिजली कर्मचारियों ने खासी नाराजगी है। ...