उरई, दिसम्बर 24 -- उरई। प्रत्येक जूनियर विद्यालय से कक्षा 6, 7 एवं 8 से एक एक पावर एंजेल का चयन किया जाना है। सभी विद्यालयों में मीना मंच का सशक्तिकरण किया जाना है। इसको लेकर ब्लॉक संसाधन केंद्र कोंच और नदीगांव में शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया गया। डॉ कल्पना श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशिक्षण से लोगों में परिवार, समुदाय और समाजीकरण की प्रक्रिया में जेंडर की भूमिका और संबंधों को समझने में सहायता प्रदान की जाएगी। बालिकाओं और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा खत्म करने, समाज में लिंग भेद खत्म करने के लिए विभिन्न गतिविधियां के माध्यम से लोगों की जेंडर आधारित सोच में सकारात्मक परिवर्तन किया जा सकेगा। वहीं प्रशिक्षणदाता विपिन उपाध्याय ने कहा कि बालिकाओं एवं महिलाओं को उच्चतम न्याय मिले, उन्हें अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग करने के समान अवसर मिले। वे लै...