गाज़ियाबाद, सितम्बर 9 -- गाजियाबाद। जीवन में तनाव, अवसाद और पारिवारिक कलह से लोग जिदंगी की जंग हार रहे हैं। पिछले तीन साल में 632 लोगों ने फांसी, जहरीला पदार्थ या सल्फास खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। विशेषज्ञ मानते हैं कि मानसिक दबाव और सामाजिक ताने-बाने का टूटने से आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। जिले में आत्महत्या के मामलों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2023 में 180 लोगों ने आत्महत्या की। यह आंकड़ा 2024 में बढ़कर 240 तक पहुंच गया। वहीं, साल 2025 में आठ महीने में ही 212 लोग मौत को गले लगा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर मामलों में पारिवारिक झगड़े, आर्थिक तंगी और प्रेम संबंधों में असफलता खुदकुशी के प्रमुख कारण रहे हैं। चिंता की बात यह है कि आत्महत्या करने वालों में शादीशुदा महिलाओं की संख्या ल...