मधुबनी, अगस्त 26 -- मधुबनी,नगर संवाददाता। कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने राज्य की संस्कृति की जड़ों को संरक्षित करने और युवा प्रतिभाओं को इस विरासत से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री गुरु-शिष्य परंपरा योजना की शुरुआत की है। जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य विलुप्त होने की कगार पर जो हमारी कला है उसे संरक्षित करना है। बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा दुलर्भ और विलुप्तप्राय पारंपरिक लोक और शास्त्रीय कलाओं को संरक्षित और प्रचारित करने के लिए युवाओं को विशेषज्ञ गुरुओं के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसके लिए आवेदन करना होगा। जिसमें चयनित गुरुओं को 15000 रुपये हर महीने, संगतकार को 7500 रुपये और 160 शिष्यों को 3000 हजार रुपये हर महीने स्कॉलरशिप दी जाएगी। गुरु शिष्य योजना के लिए गुरू की आयु ...