रुडकी, जुलाई 12 -- इफको की ओर से शनिवार को बसवाखेड़ी गांव में किसान गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें इफको के हरिद्वार क्षेत्राधिकारी विनोद कुमार ने किसानों को फसलों में रासायनिक उर्वरक की मात्रा कम करने तथा वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कर विनोद कुमार ने कहा कि इस समय किसान धान, गन्ना के अलावा दूसरी फसलों में भी रासायनिक उर्वरकों का अधिक मात्रा में प्रयोग कर रहे हैं। खेतों में खड़ी फसल को बीमारी से बचाने के कीटनाशक दवाइयां का प्रयोग किया जाता है। कीटनाशक दवाई तथा रासायनिक उर्वरकों का अधिक मात्रा में प्रयोग होने से फसल की लागत काफी बढ़ जाती है। किसानों को पारंपरिक तरीके से खेती करने से लागत भी कम आएगी। पारंपरिक खेती में नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, नैनो कॉपर तथा नैनो जिंक आदि का प्रयोग खेत में खड़ी फसल पर स्प्रे क...