अररिया, मई 20 -- अररिया, वरीय संवाददाता पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले के कुर्साकांटा प्रखण्ड में ट्रायल के तौर पर मध्याह्न भोजन का संचालन तो शुरू है लेकिन इसके क्रियान्वयन के दौरान कई तरह की खामियां भी सामने आने लगी है। नई नियमावली के तहत हेडमास्टर की जगह दूसरे शिक्षक को एमडीएम का प्रभार तो दे दिया गया है लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि एमडीएम प्रभार वाले शिक्षक के विषय कौन पढ़ाएंगे। हिन्दुस्तान पड़ताल से यह बात सामने आई कि शिक्षकों को एमडीएम की जिम्मेदारी मिलने से कहीं अंग्रेजी की पढ़ाई प्रभावित है तो कहीं संस्कृत की। कही विज्ञान की पढ़ाई बाधित तो कही उर्दू की पढ़ाई ठप। इन विषयों के शिक्षकों के मध्याह्न भोजन के प्रभारी बनने के कारण ऐसी परेशानी उत्पन्न हुई है। दबे जुबान यह शिक्षा विभाग के अधिकारी भी कहते हैं। एक तरफ एचएम आसिसियल कार्य में व्...
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