कुशीनगर, मई 29 -- कुशीनगर। धान के बेहन गिराने का समय बीता जा रहा है और जनपद के प्रमुख नहरों में पानी नहीं पहुंचने के कारण धूल उड़ रही है। पानी के अभाव में किसानों की फसलें सूख रही हैं। परेशान किसान फसलों को बचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पंपिंगसेट से पानी चलाकर उन्हें जिंदा रखने में जुटे हुए हैं। इसे लेकर किसानों में कृषि विभाग के आक्रोश व्याप्त है। वाल्मीकिनगर नेपाल से निकलने वाली मुख्य पश्चिमी गंडक नहर कुशीनगर की लाइफ लाइन है। इस मुख्य नहर से चार शाखा नहर समेत कुल 246 नहरों का संजाल जिले में बिछाया गया है। इनके माध्यम से किसान अपने फसलों की सिंचाई करते हैं। पिछले मार्च, अप्रैल व मई महीने में चिलचिलाती धूप के कारण किसानों की फसलें सूख रहीं हैं। नहरों में पानी का अभाव होने के कारण खेतों में सब्जी, गन्ना, मक्का, मूंग, उरद आदि की फसल...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.