नई दिल्ली, मई 28 -- Shravan Singh: भारत और पाकिस्तान के बीच बीते दिनों तनाव चरम पर पहुंच गया था। इस दौरान बॉर्डर पर भारतीय जवान लगातार डटे रहे और दुश्मनों के कायराना हमलों का मुहतोड़ जवाब दिया। जाहिर तौर पर जंग सैनिकों के लिए आसान नहीं होती। पर इस बीच 10 साल के एक बच्चे ने सुनिश्चित किया कि सीमा पर देश के जवानों को एक चीज की कमी ना हो। वह थी चाय। श्रवण सिंह नाम के इस बच्चे की बहादुरी के चर्चे खूब मशहूर हो रहे हैं। हाल ही में भारतीय सेना ने श्रवण को सम्मानित भी किया है। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान निस्वार्थ कार्य के लिए पंजाब के फिरोजपुर जिले के रहने वाले श्रवण की बहादुरी को सलाम किया है। जानकारी के मुताबिक संघर्ष के दौरान जब सैनिक तारा वाली गांव के खुले मैदानों में लगातार पहरा दे रहे थे तब श्रवण सिंह ने तनावपूर्ण स्थिति से विचलित हुए ब...