पाकुड़, जुलाई 18 -- पाकुड़: जर्जर सड़क के गड्ढों में दिख रही विकास की गहराई! - सड़क पर यात्रा नहीं- धैर्य, संतुलन और प्रशासनिक अनदेखी की परीक्षा... - पाकुड़-दुमका मुख्य पथ का हाल, ढाई किमी के अंतराल में 150 से अधिक गड्ढे... कुंदन गोस्वामी पाकुड़। पाकुड़ की सड़कों पर चलना अब महज़ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक परीक्षा बन गई है-धैर्य, संतुलन और प्रशासनिक अनदेखी को सहने की परीक्षा। यहां सड़क के गड्ढों की गहराई में छुपा है विकास का असली चेहरा जो जितना गहरा, उतना ही दृढ़ इरादों से भरा हुआ लगता है। पाकुड़ शहर की सड़कों की हालत आजकल ऐसी हो गई है कि नागरिक समझ नहीं पा रहे वे झारखंड में हैं या किसी ऑफ-रोड रैली के मैदान में। प्रशासन की लाख योजनाओं और वादों के बावजूद सड़कों की जर्जर हालत जस की तस बनी हुई है। अब हालात ऐसे हैं कि लोग गिनती सड़कों की लंबाई की नह...