नई दिल्ली, मार्च 1 -- अमेरिका की विदेश नीति हमेशा से एक पहेली रही है। एक ओर वह अपने मित्र राष्ट्रों की मदद का दावा करता है, तो दूसरी ओर अपने हितों के लिए वह किसी भी देश को नजरअंदाज करने से नहीं हिचकता। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुआ तीखा विवाद इस बात का ताजा उदाहरण है। लेकिन यह कहानी सिर्फ यूक्रेन और अमेरिका तक सीमित नहीं है। भारत और पाकिस्तान के साथ अमेरिका के बदलते रिश्तों को देखें, तो यह साफ हो जाता है कि अमेरिका की दोस्ती सिर्फ उसके अपने हितों पर टिकी है।ट्रंप-जेलेंस्की विवाद: एक नया मोड़ 28 फरवरी 2025 को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई मुलाकात ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। यह मुलाकात यूक्रेन के खनिज संसाधनों को लेकर एक समझौ...