वाराणसी, नवम्बर 7 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। प्रख्यात पुरातत्वविद और भारतीय विरासत संस्थान के पूर्व कुलपति प्रो. बीआर मणि ने कहा कि भारत में स्वर्ण सिक्कों का इतिहास पांच हजार वर्ष पुराना है। बीएचयू के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की शताब्दी वर्ष विशेष व्याख्यानमाला शृंखला के प्रथम व्याख्यान में उन्होंने 'निष्क' पर हुए अनुसंधान के बारे में बताया। प्रो. बुद्धरश्मि मणि ने कहा कि अब तक यह माना जाता था कि भारत में स्वर्ण मुद्राओं का प्रचलन कुषाण काल (प्रथम-तृतीय शताब्दी ई.) से आरंभ हुआ। मगर प्रो. मणि के शोध के अनुसार 'निष्क' भारत की प्रथम स्वर्ण मुद्रा है। इसका उल्लेख ऋग्वेद और उत्तर वैदिक ग्रंथों में मिलता है। उन्होंने बताया कि पहले 'निष्क' को केवल आभूषण या हार के रूप में माना गया था लेकिन जब हम साहित्यिक और पुरातात्...