अलीगढ़, जुलाई 12 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। बदलती जीवनशैली, अनियमित दिनचर्या और लापरवाह आदतें बीपी और शुगर जैसे रोगों को आम बना रही हैं। पिछले पांच साल में इन बीमारियों के मरीज ढाई गुना बढ़ चुके हैं। नॉन कम्युनिकेबल डिजीज सेल (एनसीडी) के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां एक साल में ही 1500 से अधिक नए मरीज चिह्नित हुए हैं, वहीं किडनी फेल्योर के मामलों में इन रोगों की सीधी भूमिका देखी जा रही है। हार्ट अटैक के मामलों में भी 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खास बात यह है कि 40 से 50 वर्ष के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि किडनी फेल्योर के पीछे प्रमुख कारण अनियंत्रित बीपी और शुगर हैं। 32,383 डायबिटीज मरीजों में से 50 प्रतिशत का शुगर लेवल नियंत्रण से बाहर था, जबकि 16,866 बीपी मरीजों में से 30 प्रतिशत का रक्तच...