मुजफ्फरपुर, मई 2 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। पांच साल बाद भी सृजित पदों पर अनुकंपा आश्रितों की बहाली नहीं हुई है। बजट सत्र में आश्वासन देकर अनुकंपा आश्रितों की बहाली भूले बैठे हैं। ऐसे में जिले ही नहीं, सूबे के अलग अलग अलग जिलों में दर्जनों परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। अनुकंपा आश्रितों की बहाली को लेकर विधानसभा में सवाल उठने पर जवाब दिया गया था कि सूबे में 6421 पद आश्रितों के लिए स्वीकृत हैं मगर उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभाग का कहना कि 2020 के नियम में संशोधन को लेकर बहाली रूकी हुई है। हाल यह है कि जिले में कोई दो तो कोई तीन साल से कार्यालय का चक्कर काट रहा है। विधान पार्षद वंशीधर व्रजवासी ने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर बहाली की मांग की है। सेवाकाल में मृत शिक्षकों का परिवार खा रहा दर-दर की ठोकर आश्रित अनिल कुमार कह...