मुजफ्फरपुर, मार्च 8 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। पांच वर्षों में महज दो जिलों से ही रोस्टर मिला है। इसकी वजह से सूबे में 35 जिलों के संस्कृत विद्यालयों में नियुक्ति लटकी हुई है। विधान परिषद में यह मामला उठने के बाद इसपर मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों से जवाब मांगा गया है। सूबे में केवल मधुबनी और औरंगाबाद से ही रोस्टर क्लियर कर भेजा गया है। शिक्षक नियोजन को लेकर सभी जिलों को आरक्षण रोस्टर भेजना था। विधान परिषद में मामला उठाया गया कि संस्कृत शिक्षा बोर्ड में वर्ष 2021 में शिक्षक नियोजन के लिए आरक्षण रोस्टर अनुपालन का निर्देश दिया गया था। 2021 से 2025 तक केवल मधुबनी और औरंगाबाद जिले का रोस्टर क्लियर हुआ। 35 जिलों में रोस्टर क्लियर नहीं होने के कारण संयुक्त नियुक्ति बाधित है। स्कूलवार किस तरह बनाना है रोस्टर, असमंजस में अधिकारी शिक्षा विभाग के...