गया, नवम्बर 8 -- इस बार चातुर्मास पांच महीने का रहा। चातुर्मास खत्म होने के बाद भी शादी-विवाह के लिए शुभ दिन नहीं है। अब करीब पांच माह के लंबे ब्रेक के बाद 18 नवंबर से मांगलिक दिन शुरू हो रहे हैं। शुभ दिन शुरू होते ही लड़का-लड़का, पंडित जी, बैंड-बाजा, टेंट-शामियाना वाला, मालाकार, कारोबारियों का इंतजार खत्म हो जाएगा। 18 नवंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर के बीच बैंड-बाजा व बाराती की धूम मचेगी। 16 दिसंबर के बाद खरमास का ब्रेक लग जाएगा। फिर मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी के बाद शुभ मुहूर्त शुरू होंगे। विवाह शुरू होते ही बाजार की रौनक बढ़ने के साथ जिले के प्रमुध धामों पर भीड़-भाड़ बढ़ जाएगी। विष्णुपद मंदिर के सामने स्थित विवाह के लिए प्रमुख अहिल्याबाई धर्मशाला, बेलागंज काली मंदिर, बैजूधाम, संडेश्वरनाथ धाम और बांकेधाम एक बार फिर गुलजार हो जाएगा। 15 दिसंबर को...