नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता राजधानी में हजरत निजामुद्दीन औलिया का 722वां उर्स पांच दिन मनाया जाएगा। इससे जुड़े कई आयोजन इस वर्ष भी होंगे। उर्स मुबारक का यह आयोजन 9 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक आयोजित होगा। यह दिन सूफी परंपरा में आध्यात्मिक मिलन का प्रतीक माना जाता है, जिसमें संत की आत्मा के परमात्मा से मिलने को श्रद्धा और आनंद के साथ मनाया जाता है। दरगाह के सज्जादानशीन सैयद अल्तमश निजामी ने बताया कि उर्स संत की पुण्यतिथि होती है। इसे खुशी और भक्ति दोनों के भाव से मनाया जाता है क्योंकि यह आत्मा का अपने सृजनहार से मिलन होता है। उन्होंने कहा कि उर्स के दौरान पांचों दिन दुआ, भजन-संगीत, कव्वाली, प्रसाद वितरण और सामूहिक भोज (लंगर) का आयोजन होगा। आयोजन की शुरुआत गुरुवार शाम कुरान पाठ और प्रार्थना से होगी, इसके बाद कव्वाली और ...