लखनऊ, जून 24 -- शहर में इलाज के लिए टीबी मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर पांच घंटे तक कई अस्पतालों में भटकती रही। ऐसे में उसकी हालत नाजुक हो गई। बाद में परिवारीजन उसे बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इमरजेंसी डाॅक्टर ने भर्ती कर मरीज का इलाज शुरू किया। परिवारीजनों का आरोप है कि अस्पतालों में आईसीयू और ऑक्सीजन प्वाइंट न होने की बात कहते हुए इलाज करने से मनाकर लौटा दिया। गोंडा के राजा मोहल्ला निवासी ज्योति श्रीवास्तव (23) टीबी मरीज है। परिवारीजनों के मुताबिक ज्योति की तबियत सुबह बिगड़ गई थी। उसे गोंडा जिला अस्पताल ले गए तो वहां से केजीएमयू रेफर कर दिया गया। ज्योति को गोंडा से लेकर सुबह नौ बजे केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे, लेकिन काफी इंतजार के बाद जूनियर डाॅक्टरों ने ऑक्सीजन प्वाइंट खाली न होने की बात कहकर मरीज को ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल भेज दि...