गिरडीह, अगस्त 29 -- गिरिडीह, प्रतिनिधि। तंजीम अहले सुन्नत की बैठक में गुरुवार को ईद मिलादुन्नबी के मौके पर पूरी शान-ओ-शौकत से अकीदत के साथ जुलूस-ए-मोहम्मदी इस वर्ष भी निकालने पर फैसला लिया गया। मदरसा जामिया रिजविया की परिसर में हुई बैठक में इरशाद अहमद वारिस ने कहा कि 05 सितंबर को ईद मिलादुन्नबी का त्योहार है। यह त्योहार लोगों को एकता के सूत्र में बांधता है और पैगंबर मोहम्मद साहब की शिक्षा को याद करने का अवसर प्रदान करता है। कहा कि मुसलमानों के लिए ईद मिलादुन्नबी बहुत ही खास त्योहार है। इसे पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है। यह दिन पैगंबर मोहम्मद साहब द्वारा दी गई शिक्षा को याद दिलाता है। उन्होंने लोगों को समाजसेवा के लिए प्रेरित कि...