संभल, नवम्बर 17 -- अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में रविवार को छपरा गांव में भव्य पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हवन में आहुतियां दी और 24,000 गायत्री मंत्रों का सामूहिक उच्चारण कर माहौल को पावन बना दिया। आचार्य नरेंद्र ने बच्चों में संस्कार और रोजगार परक शिक्षा के महत्व पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि संस्कार और नैतिक मूल्यों से जुड़ी होनी चाहिए। इस अवसर पर दिनेश कुमार ठाकुर, डॉ. नरेंद्र, चरनपाल, हरज्ञान, भोलाशंकर, ओमप्रकाश, जयपाल सहित दर्जनों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर महायज्ञ को सफल और भव्य बनाया। गायत्री परिवार का उद्देश्य मानव में देवत्व का उदय करना और धरती पर स्वर्ग का अनुभव लाना है।

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