जमशेदपुर, अगस्त 10 -- पटमदा के बामनी गांव निवासी खाड़िया बूढ़ी के नाम से चर्चित 103 वर्षीया आदिम जनजाति समुदाय की महिला शशि सबर ने शनिवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका अपने घर में ही निधन हो गया। इस संबंध में बामनी टोला बड़डीह निवासी मिहिर कुमार महतो ने बताया कि क्षेत्र की सबसे बुजुर्ग एवं लुप्तप्राय आदिम जनजाति समुदाय से जुड़ी महिला के निधन की सूचना पर दर्जनों लोग पहुंचे और उनका अंतिम दर्शन किया। बताते हैं कि परिवार में उनका पोता, परपोता व उनके भी बच्चे हैं। वह बहुत खुशकिस्मत थी, जो पांचवीं पीढ़ी तक देखने के बाद बिना किसी बीमारी के ही स्वस्थ अवस्था में चलते-फिरते इस दुनिया को अलविदा कहा।
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