भभुआ, नवम्बर 11 -- रोटी-भुजिया और लिट्टी-अचार तो कोई सत्तू, प्याज, मिर्च की पोटली लिया था खाने को ट्रैक्टर व बाइक के रूक जाने पर पीछे ढलकर पलटने का मतदाताओं में बना था भय (हिन्दुस्तान खास) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। दिन के 11:30 बजे हैं। बिनोवानगर गांव में उत्साह है। यह किसी शादी या पर्व का नहीं, बल्कि महापर्व चुनाव का उत्साह था। हर किसी के मन में मतदान करने का उत्साह। ट्रैक्टर से महिला, पुरुष व वृद्धजन तो युवा बाइक या पैदल ही वोट देने बड़वान कला के बूथ पर जा रहे थे। बिनोवा नगर से बड़वान कला की दूरी करीब 11 किमी. है। लेकिन, इसमें 7 किमी. पहाड़ की घाटी है, जिसे चढ़कर बूथ तक पहुंचना था। सुखद यही था कि ग्रामीणों ने पथरीले रास्ते में मिट्टी-मोरम डालकर आने-जाने लायक बना दिया था। बिनोवानगर की 62 वर्षीया कबूतरी देवी ने कहा कि 'बचवा पहिले बड़वानी क लोग...
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