लखीसराय, जून 3 -- चानन, निज संवाददाता। चिकन पॉक्स यानी छोटी माता का असर पहाड़ी इलाके के साथ ही ग्रामीण इलाके में भी हो रहे है। इससे हर उम्र के लोग आक्रांत हो रहे है, बावजूद लोग अस्पताल नहीं पहुंच रहे है। विशेषज्ञों की मानें तो चिकन पॉक्स बीमारी को लोग देवी माता का प्रकोप मनाते हैं और मरीज को अस्पताल ना लाकर घर में रखकर पूजा-पाठ करते है। चिकन पॉक्स की एंटी वायरल दवा एसाइक्लोबीर बाजार में उपलब्ध है। दवा का प्रयोग के बाद भी चिकन पॉक्स में बाहरी तौर पर तो कोई फायदा नहीं दिखता है, लेकिन शरीर में निकलने वाले दानों में कमी आती है। सामान्यतः शुरूआती तीन दिनों में यह ज्यादा संक्रामक होती है। प्रखंड के रामनगर सहित कई गावों में लोग चिकन पॉक्स से आक्रांत हो रहे है। आज भी चिकन पॉक्स होने पर लोग झाड़ फूंक के चक्कर में रहते है। चिकन पॉक्स से आक्रांत लोग द...