लखीसराय, अगस्त 19 -- चानन। निज संवाददाता पहाड़ी इलाका में स्थित सतघरवा सहित तमाम आदिवासी गांव की महिलाओं को प्रसव के दौरान अब भी काफी फजिहत झेलना पड़ता है। गांव के आस पास उपस्वास्थ्य केन्द्र नहीं रहने से प्रसव पीड़ा से कराह रही महिलाओं को ढ़ाई-तीन किमी पैदल चलकर चानन सी.एच.सी आना पड़ता है, जो काफी मुश्किल काम है। गांव से बाहर सटे जानकीडीह बेलदरिया में बने हेल्थ एंड वेलनेंस सेंटर में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं रहने से भी लोगों को दिक्कत होती है। पहाड़ी इलाके में बसे आदिवासी महिलाओं को ग्रामीण चिकित्सक के भरोसे रहना पड़ता है। गर्भवती प्रसव होने के दौरान काफी परेशान रहती है। गांव की महिला रीना देवी, बबली देवी, मीना देवी , आरती देवी, सुमा देवी आदि ने बताया कि आस पास उपस्वस्थ्य केन्द्र नहीं रहने से भगवान भरोसे महिलाओं को प्रसव कराया जाता है। दिन में दर्द ह...
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