बिहारशरीफ, नवम्बर 5 -- पहले स्नान फिर विष्णु धाम और रिखिया माता मंदिर में पूजा-अर्चना कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर दर्शन पूजन के लिए दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु इतिहास, आस्था और पौराणिकता का दिखा अद्भुत संगम पावापुरी, निज संवाददाता। गिरियक प्राचीन काल से धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व का केंद्र रहा है। यहाँ स्थित विष्णु धाम (अर्धचक्री नारायण मंदिर) और रिखिया माता मंदिर में हर वर्ष हजारों श्रद्धालु अपनी आस्था व्यक्त करने पहुँचते हैं। खासकर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को यह क्षेत्र बैकुंठ धाम के रूप में जगमगा उठा। स्थानीय योगेंद्र प्रसाद योगी ने बताया कि भगवान अर्धचक्रि नारायण का पवित्र स्थान गिरियक पहाड़ी की तलहटी में स्थित विष्णु धाम को पौराणिक काल से 'अर्धचक्रि नारायण धाम' के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि महाभारत काल में...