देहरादून, सितम्बर 4 -- Garhwal Rifles Darwan Singh Negi: पहाड़ की गोद से निकला वो शेर, जिसने अकेले दुश्मनों पर चढ़ाई करके न सिर्फ ब्रिटिश साम्राज्य को जीत दिलाई बल्कि मातृभूमि का नाम भी अमर कर दिया। यह कहानी है गढ़वाल राइफल्स के वीर नायक दरवान सिंह नेगी की, जिन्हें पहले विश्व युद्ध में उनके अदम्य साहस के लिए मैदान-ए-जंग में ही किंग जॉर्ज ने विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया। मुलाकात में किंग दरवान सिंह नेगी से इतना प्रभावित हुए कि उनसे अपनी कोई इच्छा बताने को कहा।फ्रांस के मोर्चे पर गढ़वाल का शेर 23-24 नवंबर 1914 की रात फ्रांस के Festubert सेक्टर में ब्रिटिश सेना और जर्मन सैनिकों के बीच भीषण युद्ध चल रहा था। इस मोर्चे पर गढ़वाल राइफल्स की टुकड़ी तैनात थी। जंग इतनी भयावह थी कि दुश्मन से भिड़ने वाले कई सैनिक पीछे हट गए। लेकिन उसी समय नायक द...