अल्मोड़ा, मई 3 -- रानीखेत। थाना-चौकियों में पुलिस की बेरुखी का एक और मामला सामने आया है। पीड़ित दो माह तक किराएका कमरा खुलवाने के लिए कोतवाली, एसएसपी व संयुक्त मजिस्ट्रेट के दफ्तर के चक्कर काटता रहा, लेकिन कहीं से भी न्याय नहीं मिला। कोट की शरण ली तो न्यायालय ने पुलिस को आरोपी मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। पीड़ित मोहम्मद यूसुफ का कहना है कि वह मालरोड स्थित खुशाल सिंह के मकान में किराए पर रहता था। इस दौरान उसकी दो बहनों की तबियत बिगड़ गई। वह उपचार के लिए उन्हें दिल्ली ले गया, लेकिन एक बहन की मौत हो गई। दूसरी का वर्तमान में उपचार चल रहा है। कहनाहै कि वह 26 फरवरी को यहां वापस लौटा तो उनके किराए के कमरे में ताला लगा हुआ था। भवन स्वामी से बात की तो उन्होंने ताला खोलने से इनकार कर दिया। जबकि वह हर माह किराया चुकाता रहा है। क...