किशनगंज, नवम्बर 10 -- टेढ़ागाछ। एक संवाददाता पहले व अब के चुनाव प्रचार में काफी बदलाव आया है। पहले पैदल, साइकिल, बैलगाड़ी से होता था चुनाव प्रचार होता था। अब नये साधन की वजह से चुनाव प्रचार की भी दिशा बदल गई है। पहले लोग उम्मीदवार का कुशल व्यक्तित्व, कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी, सौहार्दपूर्ण जैसी भावनाओं को देखकर ही वोट किया करते थे। पहले की तुलना में आज चुनाव प्रचार का तरीका भी समय के साथ बहुत तेजी से बदला है। टेढ़ागाछ प्रखंड के भोरहा पंचायत स्थित फूलबारी गांव निवासी मुक्ति लाल दास(67) ने उक्त बातें कही। उनका कहना है कि उस समय मतदाता अपने चहते प्रत्याशी के पक्ष यें चुनाव प्रचार करने हेतु काफी उत्साहित रहते थे। नि:स्वार्थ भावना से प्रचार करते थे। प्रत्याशी भी जनसेवा की भाव से आते थे। उस समय प्रत्याशी साइकिल से घर घर वोट मांगने नकलते थे। वर्ष 198...