मुजफ्फरपुर, सितम्बर 11 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। एसकेएमसीएच की इमरजेंसी में चिकित्सकों का नया फरमान सामने आया है। मरीजों को पहले पीएचसी या फिर सदर अस्पताल से रेफर का सुबूत देना होगा। उसके बाद मेडिकल में इलाज होगा। बुधवार की दोपहर एक ऐसी घटना देखने को मिली। मारपीट में गंभीर रूप से जख्मी कांटी थाने की मनिकपुर निवासी रेहाना खातून दर्द से कराह रही थी, लेकिन इमरजेंसी के चिकित्सक देखना मुनासिब नहीं समझे। परिजनों के काफी विनती करने पर करीब एक घंटे बाद इंटर्न महिला चिकित्सक आईं। वे सदर अस्पताल से रेफर कराने की बात कहकर लौट गईं। इससे आक्रोशित परिजन हंगामा करने लगे। इस बीच मरीज की हालत बिगड़ती देखकर दूसरे अस्पताल लेकर चले गए। परिजनों ने मेडिकल पुलिस को बताया कि गांव में आपसी विवाद में मारपीट हुई थी। इसमें रेहाना गंभीर रूप से घायल हो गई ...