नई दिल्ली, नवम्बर 19 -- विश्व के दो प्रमुख देश चीन और जापान इस समय गंभीर कूटनीतिक टकराव का सामना कर रहे हैं। जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने हाल ही में संसद में दिए बयान में कहा कि अगर चीन ताइवान पर सैन्य हमला करता है, तो यह जापान के लिए 'अस्तित्व का संकट' पैदा कर सकता है, जिससे जापान को सामूहिक आत्मरक्षा के अधिकार के तहत सैन्य हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। यह बयान युद्धोत्तर काल में किसी जापानी प्रधानमंत्री का सबसे स्पष्ट बयान माना जा रहा है, जिसमें ताइवान संकट को जापानी सैनिकों की संभावित तैनाती से सीधे जोड़ा गया है। ताकाइची ने 7 नवंबर को संसद में कहा कि ताइवान जलडमरूमध्य में चीन द्वारा बल प्रयोग की स्थिति जापान की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा होगी, चाहे इसे किसी भी नजरिए से देखा जाए। उन्होंने 'सामूहिक आत्मरक्षा' का जिक्र करते हुए स...