रांची, मार्च 17 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। राज्य भर में पहली से सातवीं कक्षा तक की वार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू हुई। इस परीक्षा में शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शिक्षा विभाग के द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार गुरुजी ऐप से क्वेश्चन को डाउनलोड करके उसे बोर्ड पर लिखना है। उसके बाद बच्चों के द्वारा उस प्रश्न को कॉपी में उतार कर उत्तर लिखनी है। झारखंड में लगभग 7000 ऐसे विद्यालय हैं, जिसका संचालन एकल शिक्षक के द्वारा की जाती है। ऐसे में उन शिक्षकों के द्वारा अटेंडेंस लेना, मध्याह्न भोजन कराना, परीक्षा लेना काफी परेशानी का सबब बन गया है। एक शिक्षक के द्वारा सभी कक्षा के प्रश्न बोर्ड पर लिखने में काफी परेशानी हो रही है। साथ ही साथ लगभग 12000 ऐसे विद्यालय हैं, जहां लगभग दो ही शिक्षक हैं। उस विद्यालय की भी स्थिति इसी प्रकार की ह...