जौनपुर, नवम्बर 26 -- जौनपुर, संवाददाता। जिन किसानों ने गेहूं फसल की पहली सिंचाई करना शुरू की है, वह सिंचाई के बाद पहले खेत में खरपतवार नाशी दवा का छिड़काव करें। इसके बाद यूरिया का भुरकाव करना करें। ऐसा करने से खर-पतवार नष्ट हो जाएंगे तो पौधों को यूरिया की पूरी खुराक मिलेगी और फसल अच्छी होगी। गेहूं की फसल में पतली पत्ती, चौड़ी पत्ती, बनमकोय, बथुआ, हिरनखुरी, गेहूं का मामा जैसे खर-पतवार उगकर फसल को प्रभावित करते हैं। ये खर-पतवार फसल को दी गई उर्वरक का करीब 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा ग्रहण कर लेते हैं। जिससे पौधों को यूरिया जैसे उर्वरक का पूरा लाभ नहीं मिल पाता। ऐसे में फसल कमजोर हो जाती है और उपज प्रभावित होती है। कृषि विज्ञान केंद्र बक्शा के समन्वयक फसल वैज्ञानिक डा.सुरेश कुमार कन्नौजिया ने बताया कि गेहूं की पहली सिंचाई के बाद जब खेत में पैर रखन...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.