मुजफ्फरपुर, नवम्बर 10 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। इसबार मतगणना केंद्र बनाये जाने के बाद पहलीबार प्रशासनिक आदेश पर बाजार समिति की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं। नतीजतन व्यवसायियों में रोष है। वजह है कि उन्हें रोजाना लाखों का नुकसान हो रहा है। विक्रेताओं ने बताया कि पहले भी यहां मतगणना केंद्र बनते रहे हैं। तब आधा बाजार ही बंद कराया जाता था। इससे कारोबार भी प्रभावित नहीं होता था और प्रशासनिक कार्य भी हो जाते थे। व्यवसायियों का कहना है कि पूरा बाजार बंद करा देने से कच्चा माल फल आदि खराब होने का खतरा बढ़ गया है। नुकसान से बचने के लिए इन सामानों को औने-पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है। अहियापुर के कई इलाकों में इन दिनों सड़क किनारे ही विक्रेता फल और लालू-प्याज की दुकानें लगा रहे हैं। 12 से नाबेबंदी की सूचना ने और बढ़ा दिया तनाव बाजार समित...